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हिंदी चेतना - अंक जनवरी २०१२



साक्षात्कार, कहानियाँ, कविताएँ, आलेख तथा अन्य अनेक स्तंभों को अपने में समेटे, 'हिंदी चेतना' का सफ़र एक नयी मंजिल की ओर चल पड़ा है | नयी टीम और नयी उमंग के साथ इस नए वर्ष का स्वागत करते हुए हमें जितना हर्ष है हमारी आशा है कि इस पत्रिका को पढ़ते हुए आपको उससे दुगना हर्ष प्राप्त हो | हमारा प्रयास है कि आपको अपनी भाषा में आपके मन की बात आप तक पहुंचाई जाए | इसमें हम कितना सफल हुए हैं, इसका पता हमको आपकी प्रतिक्रियाओं से चलता है | अतः निस्संकोच अपने मन की बात लिखें |


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3 टिप्पणियाँ:

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

हिंदी चेतना का नया रंग रूप बहुत पसंद आया. आखरी पन्ना नए रचनाकारों के लिए बहुत उपयोगी है.
शेष रचना पढने के बाद पुनः पत्र लिखूंगा.
शुभाकांक्षी
सुलभ

yogendra kumar purohit said...

नमस्ते संपादक जी ,
हिंदी चेतना ..
आप द्वारा प्रेषित इ मेल मिला प्रथम लिंक से प्रथम उर्जा वान कविता को पढने से दिन का शुभआरम्भ सा हुआ एसा कह्सकता हूँ ! और इस अची सुरुवात के लिए मै आप को साधुवाद देता हूँ !
उमीद करता हूँ भविष्य मे आप इस चेतना को और चेतनता प्रदान करेंगे अपनी कलम की पेनी धार से..
साथ ही मै आप को नव वर्ष की मंगल कामनाये देता हूँ .
आप का अनुज
योगेन्द्र कुमार पुरोहित
मास्टर ऑफ़ फाइन आर्ट
बीकानेर, इंडिया

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

नववर्ष की शुभकामनाएं। हिंदी पाठकों के लिए और रचनाकारों के लिए हिंदी चेतना’ चेतना जगाने का कार्य कर रहा है। बधाई स्वीकारें।

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