Pages

हिंदी चेतना - अंक जुलाई २०१०


हिंदी चेतना - अंक जुलाई २०१० (कृपया इस लिंक पर क्लिक कर के पत्रिका डाउनलोड करें)
लीजिये एक बार पुनः हिंदी चेतना आपके पास है. अपनी भाषा में अपने लोगों के पास. आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी.


हिन्दी चेतना में इस बार .....

- कहानियाँ-- राम जाने (पंकज सुबीर), टेलीफोन लाइन (तेजेंद्र शर्मा), पगड़ी (सुमन घई)
- संस्मरण-- रिश्ता (सुधा गुप्ता), दृश्य पटकथा पात्र (शशि पाधा)
- हिन्दी ब्लाग में इन दिनों-- आत्माराम शर्मा
- व्यंग्य-- प्रेम जनमेजय, समीर लाल समीर
- कविताएँ--सुदर्शन प्रियदर्शनी, दिविक रमेश, इला प्रसाद, धनञ्जय कुमार, वेदप्रकाश बटुक, प्रेम मलिक, अदिति मजूमदार, बी मरियम, डॉ गुलाम मुर्तज़ा
- अमेरिका, कैनेडा , यू.के , भारत से कई लेख, ललित निबंध, लघुकथाएं, साहित्यिक समाचार..
- और भी बहुत कुछ - रोचक और पठनीय

8 टिप्पणियाँ:

Udan Tashtari said...

हिन्दी चेतना का यह अंक हर तरह से बहुत पसंद आया. अब हिन्दी चेतना पढ़ना आदत का हिस्सा बन चुकी है और हर पत्रिका के साथ अगले अंक का इन्तजार लग जाता है.

बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.

arun hota said...

hindi chetna ek atyant jaroori patrika hai. July ank padhkar prasannata hui. patrika mein lekh/alekh ki kami khatak rahi hai. vicharparak lekhon ko samil karne se ek sarbangin patrika banegi hindi chetna.

Arun Hota
Prof.& head,Hindi
West Bengal State University,
Kolkata-700126
West Bengal
India

सुरेश यादव said...

'हिंदी चेतना 'जिस गंभीरता से अपनी साहित्यिक भूमिका का निर्वहन कर रही है,स्पष्ट पहचान बना चुकी है .अलग अलग विधाओं में स्तरीय सामग्री एक साथ उपलब्ध करने के लिए इस परिवार को हार्दिक बधाई.अविनाश जी का यह पुनीत कार्य कि हम तक पहुंचा देते हैं अविस्मरनीय है उन्हें साधुवाद.

कडुवासच said...

... बेहतरीन ब्लाग !!!

सुनील गज्जाणी said...

sammaniyaa sudha jee ,
saadar pranam !
ek achche ank ke liye aap ka aabhar ,
adhuwad!
saadar

निर्मला कपिला said...

सुधा जी धन्यवाद। अभी पढ रही हूँ । पत्रिका बहुत उच्च कोटि की है। आपके इस प्रयास को नमन।

दीपक 'मशाल' said...

आपके ब्लॉग को आज चर्चामंच पर संकलित किया है.. एक बार देखिएगा जरूर..
http://charchamanch.blogspot.com/

Narendra Vyas said...

हिंदी चेतना का यह अंक बहुत ही पसंद आया. शुक्रिया आदरणीया सुधा जी का कि उन्होंने मुझे ये 'हिंदी चेतना' का अंक प्रेषित किया. इतनी स्तरीय और उत्कृष्ट रचनाएँ, आकर्षक मुख-पृष्ठ के साथ-साथ इतनी सुन्दर छपाई ...! हार्दिक बधाई स्वीकार कीजियेगा ! हिंदी चेतना के माध्यम से हिंदी के प्रसार और प्रचार के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जो अतुलनीय प्रयास किया जा रहा है इसके लिए सम्पूर्ण हिंदी चेतना की टीम शत-शत हार्दिक बधाइयाँ...! आदरणीया सुधा दीदी का पुनः आभार !!प्रणाम !

Post a Comment