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हिंदी चेतना - अंक अक्टूबर २०१४ - ''कथा आलोचना" विशेषांक



संरक्षक एवं प्रमुख सम्‍पादक श्‍याम त्रिपाठी , तथा सम्‍पादक डॉ. सुधा ओम ढींगरा के सम्‍पादन में कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका 'हिन्‍दी चेतना' का अक्टूबर-दिसम्बर 2014 अंक 'कथा आलोचना विशेषांक' है जिसके अतिथि सम्‍पादक वरिष्‍ठ साहित्‍यकार डॉ. सुशील सिद्धार्थ हैं। 'हिन्‍दी चेतना' का यह विशेषांक अब इंटरनेट पर उपलब्‍ध है। अंक में शामिल साहित्‍यकार हैं-  

1) अतिथि सम्‍पादकीय: डॉ. सुशील सिद्धार्थ। 
2) प्रस्थान: डॉ. विजय बहादुर सिंह। 
3) आलोचना का अंतरंग:  असग़र वजाहत, अर्चना वर्मा, राजी सेठ, श्रीराम त्रिपाठी, डॉ. रोहिणी अग्रवाल, निरंजन देव शर्मा, उमेश चौहान, बलवन्त कौर, विभास वर्मा, डॉ. प्रज्ञा, रमेश उपाध्याय, रजनी गुप्त। 
4) दलित कथालोचना : अनीता भारती। 
5) व्यंग्य कथालोचना : सुभाष चंदर। 
6) अपना पक्ष : आकांक्षा पारे काशिव, विजय गौड़, विमलचंद्र पाण्डेय। 
7) पाठकीय नज़रिया : वंदना गुप्ता। 
8) प्रवासी कथालोचना : विजय शर्मा, सीमा शर्मा, साधना अग्रवाल, स्वाति तिवारी, डॉ. रेनू यादव, पूजा प्रजापति, आरती रानी प्रजापति। 
9) आलोचना से पहले : विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, पुष्पपाल सिंह। 
10) सोदाहरण : डॉ. विजय बहादुर सिंह, अविनाश मिश्र। 
साथ में सम्‍पादकीय, साहित्यिक समाचार, चित्रमय झलकियाँ, चित्र काव्यशाला, विलोम चित्र काव्यशाला, तथा आख़िरी पन्ना।

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दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं
हिन्दी चेतना टीम

ढींगरा फ़ेमिली फ़ाउण्डेशन-हिन्दी चेतना अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह टोरेण्टो ( कैनेडा) में आयोजित







ढींगरा फ़ेमिली  फ़ाउण्डेशन-हिन्दी चेतना अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह स्कारबरो सिविक सेण्टर काउन्सिल  चैम्बर्स ,ओण्टेरियो कैनेडा 26जुलाई , 2014 को आयोजित हुआ । इस समारोह में ,समग्र साहित्य अवदान हेतु वरिष्ठ साहित्यकार प्रो हरिशंकर आदेश ,कथा सम्मान(उपन्यास-कामिने काय कान्तारेके लिए श्री महेश कटारे तथा कथा सम्मानकहानी-संग्रह उत्तराaयणहेतु सुदर्शन प्रियदर्शिनी को सम्मानित किया गया।इसी कार्यक्रम  में  डॉ सुधा ओम ढींगरा के कविता संग्रह सरकती परछाइयाँ),कौन सी ज़मीन अपनीकहानी-संग्रहके  असमिया अनुवाद(कुनखन आपून भूमि)  का विमोचन किया  गया ।इस अवसार पर हिन्दी चेतना के मुख्य सम्पादक श्री श्याम त्रिपाठी,ढींगरा फ़ाउण्डेशन  की उपाध्यक्ष डॉ सुधा ओम ढींगरा  तथा हिन्दी चेतना के सह सम्पादक सर्वश्री रामेश्वर काम्बोजहिमांशु’, पंकज सुबीर और अभिनव शुक्ल उपस्थित थे ।
स्कारबरो सिविक सेण्टर में आयोजित एक गरिमामय समारोह में  वर्ष-2013 के सम्म्मान प्रदान किए गए । इस अवसर पर विशिष्ट अतिथिगण  श्री बास बाल किशोर एम पी  पी), श्री  रेमण्ड चो काउन्सलर-टोरन्टो),   श्री जो ली(काउन्सलरमार्ख़म), सुश्री मित्ज़ी हन्टर(वित्त सहायक  राज्य मन्त्री)  उपस्थित थे । तीनों सम्मानित रचनाकारों को शाल श्रीफल सम्मान पत्रस्मृति-चिह्न एवं सम्मानराशि स्वरूप 500 डालरभेंट किए गए। इस अवसर पर  ऑण्टेरियो प्रशासन की ओर से भी तीनों सम्मानित रचनाकारों को प्रशस्ति-पत्र भेंट किए गए।
इस अवसर पर  उद्बोधन में  कौन्सुलेट श्री अखिलेश मिश्र ने हिन्दी-चेतना के द्वारा  हिन्दी-प्रचार-प्रसार कार्य की सराहना की । श्री बास बाल किशोर  ने अपने पूर्वजों के द्वारा भाषा की अस्मिता के लिए किए गए संघर्षो  का बहुत भावुकता से उल्लेख किया ।श्री श्याम त्रिपाठी ने हिन्दी चेतना की विकास यात्रा  का उल्लेख किया। फ़ाउण्डेशन के कार्य को डॉ सुधाओम ढींगरा ने हिन्दी को जन-जन तक पहुँचाने के  संकल्प का विनम्र प्रयास बताया । सम्मानित साहित्यकार श्री महेश कटारे ने कहा कि हिन्दी चेतना  एक सेतु का काम कर रही है जो समग्र भारतीय भाषाओं की सामासिक और समाहारी चेतना की प्रतीक है। सुदर्शन प्रियदर्शिनी ने कहा कि हिन्दी को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि आने वाली पीढ़ी को अपनी भाषा से दूर न किया जाए।
हिन्दी चेतना टीम के सदस्यों को भी स्मृति-चिह्न भेंट किए गए। इस आयोजन के अवसर पर बड़ी संख्या में हिन्दी प्रेमी और साहित्यकार उपस्थित थे ।

हिंदी चेतना - अंक जुलाई २०१४


संरक्षक एवं प्रमुख सम्‍पादक श्‍याम त्रिपाठी , तथा सम्‍पादक डॉ. सुधा ओम ढींगरा के सम्‍पादन में कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका 'हिन्‍दी चेतना' का जुलाई-सितम्‍बर2014 अंक अब उपलब्‍ध है; जिसमें हैं 
  • डॉ मारिया नेज्‍येशी का साक्षात्कार, 
  • रीता कश्‍यप , रजनी गुप्‍त, आस्‍था नवल, नीरा त्‍यागी की कहानियाँ,  
  • कहानी भीतर कहानी- सुशील सिद्धार्थ,
  • विश्व के आँचल से- साधना अग्रवाल,  
  • पहलौठी किरण में शैली गिल की पहली कहानी, 
  • शशि पाधा का संस्‍मरण, 
  • सौरभ पाण्‍डेय की ग़ज़लें,  
  • शशि पुरवार, रश्मि प्रभा, सरस दरबारी, रचनाश्रीवास्‍तव , ज्‍योत्‍स्‍ना प्रदीप, सविता अग्रवाल सवि की कविताओं के अतिरिक्त 
  • सतीश राज पुष्‍करणा , उर्मिला अग्रवाल, हरकीरत हीर के हाइकु, 
  • कमलानाथ का व्यंग्य, 
  • बालकृष्‍ण गुप्‍ता गुरू, मनोज सेवलकर , मधुदीप तथा डॉ पूरन सिंह की लघुकथाएँ, । 
  • भाषांतर अमृत मेहता, ओरियानी के नीचे रेनु यादव, साथ में 
  • पुस्तक समीक्षा- देवी नागरानी (डॉ. कमलकिशोर गोयनका की प्रेमचंद पर पुस्‍तक) , 
  • रघुवीर ( सन्‍तोष श्रीवास्‍तव का यात्रा संस्‍मरण) सुधा गुप्‍ता,  
  • पंकज सुबीर ( गीताश्री का कहानी संग्रह),  
  • दृष्टिकोण- सिराजोदीन, 
  • नव अंकुर- अदिति मजूमदार , 
  • साहित्यिक समाचार,  
  • चित्र काव्यशाला, विलोम चित्र काव्यशाला, 
  • अविस्‍मरणीय,  
  • आख़िरी पन्ना और भी बहुत कुछ। 

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हिन्दी चेतना टीम

हिन्दी चेतना का अप्रैल-जून 2014 अंक


संरक्षक एवं प्रमुख सम्‍पादक श्‍याम त्रिपाठी , तथा सम्‍पादक डॉ. सुधा ओम ढींगरा  के सम्‍पादन में कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका 'हिन्‍दी चेतना' का अप्रैल-जून 2014 अंक अब उपलब्‍ध है; जिसमें हैं डॉ. कविता वाचक्‍नवी का साक्षात्कार, मनमोहन गुप्ता मोनी, प्रतिभा सक्सेना , जय वर्मा, ब्रजेश राजपूत, प्रो.शाहिदा शाहीन की कहानियाँ, कहानी भीतर कहानी- सुशील सिद्धार्थ , पहलोटी किरण में रीनू पुरोहित की पहली कहानी, शशि पाधा के नवगीत, अनीता शर्मा , भूमिका द्विवेदी, दीपक मशाल , पुष्पिता अवस्थी , विकेश निझावन की कविताओं के अतिरिक्त हाइकु, प्रेम जनमेजय, कुमारेन्द्र किशोरी महेन्द्र के व्यंग्य, डॉ. सुधा गुप्ता, उपेन्द्र प्रसाद राय , पीयूष द्विवेदी ‘भारत' की लघुकथाएँ, अमर नदीम की ग़ज़लें, डॉ. विशाला शर्मा का आलेख, मीरा गोयल का संस्मरण, विश्व के आँचल से- साधना अग्रवाल साथ में पुस्तक समीक्षा- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, रमाकान्त राय , दृष्टिकोण- सुबोध शर्मा , विश्वविद्यालय के प्रांगण से- बेलिंडा विलियम्स, नव अंकुर- गीता घिलोरिआ, साहित्यिक समाचार, चित्र काव्यशाला, विलोम चित्र काव्यशाला, आख़िरी पन्ना और भी बहुत कुछ। यह अंक अब ऑनलाइन उपलब्‍ध है, पढ़ने के लिये नीचे दिये गये लिंक पर जाएँ.

ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउन्डेशन-हिन्दी चेतना अंतर्राष्‍ट्रीय सम्मानों की घोषणा


प्रबुद्ध विद्वानों की निर्णायक टीम ने ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउन्डेशन-हिन्दी चेतना अंतर्राष्‍ट्रीय सम्मानों की घोषणा कर दी है--
'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउन्डेशन-हिन्दी चेतना अंतर्राष्‍ट्रीय साहित्य सम्मान' : (समग्र साहित्यिक अवदान हेतु) प्रो. हरि शंकर आदेश (उत्तरी अमेरिका -ट्रिनिडाड), 'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउन्डेशन-हिन्दी चेतना अंतर्राष्‍ट्रीय कथा सम्मान' : उपन्यास-कामिनी काय कांतारे (महेश कटारे) भारत, कहानी संग्रह -उत्तरायण (सुदर्शन प्रियदर्शिनी) अमेरिका। सम्मान समारोह 26 जुलाई 2014 शनिवार को कैनेडा के स्कारबोरो सिविक सेण्टर में आयोजित किया जाएगा। पुरस्कार के अंतर्गत तीनों रचनाकारों को ‘ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउन्डेशन-अमेरिका’ की ओर से शॉल, श्रीफल, सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, प्रत्येक को पाँच सौ डॉलर (लगभग 31 हज़ार रुपये) की सम्मान राशि, कैनेडा आने जाने का हवाई टिकिट, वीसा शुल्क, एयरपोर्ट टैक्स प्रदान किया जाएगा एवं कैनेडा के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी करवाया जाएगा।

हिन्दी चेतना के सह-संपादक पंकज सुबीर को वनमाली कथा सम्मान

हिन्दी चेतना के सह-संपादक पंकज सुबीर को ममता कालिया एवं मंज़ूर एहतेशाम के साथ वनमाली कथा सम्मान से अलंकृत किया गया है। तीनों कथाकारों को शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र एवं सम्मान निधि प्रदान कर सम्मानित किया गया। ममता कालिया एवं मंज़ूर एहतेशाम को 51 -51 हज़ार रुपए और पंकज सुबीर को 31 हज़ार रुपए भेंट किए गए।

हिंदी चेतना - अंक जनवरी २०१४

आदरणीय मित्रों, आप सबको नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं !
श्री श्याम त्रिपाठी तथा  डॉ सुधा ओम ढींगरा के संपादन में कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका 'हिन्‍दी चेतना' का जनवरी-मार्च 2014 अंक अब उपलब्‍ध है; जिसमें हैं:
  • सुषम बेदी का साक्षात्कार, 
  • पुष्पा सक्सेना, उषादेवी कोल्हटकर , फ़राह सैयद की कहानियाँ, 
  • नव क़दम में रचना आभा की पहली कहानी, 
  • अनिता ललित, मृदुला प्रधान, संतोष सावन, पंखुरी सिन्हा, शैफाली गुप्ता की कविताएँ, 
  • मंजु मिश्रा की क्षणिकाओं के अतिरिक्त 
  • हाइकु, ताँका, माहिया, 
  • रमेश तैलंग, अखिलेश तिवारी , अशोक मिज़ाज की ग़ज़लें, 
  • डॉ. जेन्नी शबनब और रेनू यादव का स्त्री-विमर्श, 
  • आलेख, सीमा स्मृति, 
  • राजेन्द्र यादव, उर्मि कृष्ण की लघुकथाएँ, 
  • ललित शर्मा का संस्मरण, 
  • अशोक मिश्र और संजय झाला का व्‍यंग्‍य। 
  • साथ में पुस्तक समीक्षा, साहित्यिक समाचार, चित्र काव्यशाला, विलोम चित्र काव्यशाला, आख़िरी पन्ना और भी बहुत कुछ। 
यह अंक अब ऑनलाइन उपलब्‍ध है, पढ़ने के लिये नीचे दिये गये लिंक पर जाएँ ।

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