श्री श्याम त्रिपाठी एवं डॉ सुधा ढींगरा के संपादन में कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका 'हिन्दी चेतना' का अक्टूबर दिसम्बर अंक ' ''नई सदी का कथा समय" विशेषांक अब उपलब्ध है। इसके अतिथि सम्पादक हैं श्री पंकज सुबीर तथा यह नई सदी की हिंदी कहानी पर केन्द्रित है।इसमें पढ़िए:
- पिछले 13 वर्षों का प्रतिनिधित्व करने वाली चार कहानियाँ।
- स्त्री लेखन की प्रतिनिधि कहानी (चयन : सुप्रसिद्ध कहानीकार विमल चन्द्र पाण्डेय ।)
- पुरुष लेखन की प्रतिनिधि कहानी (चयन : सुप्रसिद्ध कहानीकार मनीषा कुलश्रेष्ठ।)
- प्रवासी स्त्री तथा पुरुष लेखन की प्रतिनिधि कहानियाँ (चयन : सुप्रसिद्ध आलोचक साधना अग्रवाल।)
- इन चारों कहानियों के माध्यम से अपने समय की पड़ताल करते हुए चार आलेख।
- दूसरी परम्परा के सम्पादक डॉ. सुशील सिद्धार्थ से सुधा ओम ढींगरा का विशेष साक्षात्कार ।
- नई सदी के कथा समय पर युवा आलोचक वैभव सिंह का आलेख।
- नई सदी के तेरह साल और हिन्दी किस्सागोई युवा कथाकार गौतम राजरिशी का आलेख।
- प्रवासी हिन्दी कहानी की नई सदी, वरिष्ठ कथाकार तेजेन्द्र शर्मा तथा अर्चना पैन्यूली के आलेख।
- नई सदी में सामने आई प्रवासी कहानी पर साहित्यकारों के बीच गोलमेज परिचर्चा।
- कहानीकार विवेक मिश्र के संयोजन में कथाकारों, सम्पादकों तथा आलोचकों के बीच परिचर्चा।
- ''नई सदी की सबसे पसंदीदा दस कहानियाँ'' साहित्यकारों की पसंदीदा 10 कहानियाँ साथ में सम्पादकीय, आख़िरी पन्ना, साहित्यिक समाचार और भी बहुत कुछ।
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